भागलपुर : शनिवार की शाम एक नाबालिक युवती ने डॉक्टर पर छेड़खानी का आरोप लगाकर क्लीनिक में जमकर हंगामा किया। घटना के संबंध में बताया जा जा रहा है कि फतेहपुर निवासी नाबालिक युवती (पूजा कुमारी, दूसरा नाम) पंचवटी होटल के ठीक बगल में सनातन क्लिनिक आंख का इलाज कराने के लिए पहुंची थी। इसके बाद डॉक्टर संजय कुमार ने युवती को डार्क रूम ले गया जहां पर आंख बंद करने कहा, और ब्रेस्ट पर हाथ रख दिया. युवती के द्वारा बार- बार हाथ हटाने की कोशिश किया गया। लेकिन डॉक्टर ने नहीं हटाया। जिसके बाद लड़की चिल्लाने लगी।  और हंगामा शुरू कर दी। युवती ने घटना की जानकारी परिजनों को दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन अस्पताल पहुंचे और जमकर हंगामा करने लगे। सूचना के बाद मौके पर पहुंची तिलकामांझी पुलिस ने किसी तरह आक्रोशित परिजनों को शांत करवाया। 

क्या है मामला है -
पीड़ित युवती ने बताया की आंख का इलाज कराने के लिए हम आई थी। डॉक्टर संजय कुमार ने डार्क रूम ले गए। वहां पर आंख बंद करने के लिए कहा, इसके बाद ब्रेस्ट पर एक नहीं कई बार उन्होंने हाथ रखा। डॉक्टर मेरे साथ इलाज के नाम पर खेल गए। इसके बाद हम चिलन्नाने लगे और घटना की जानकारी परिजनों दी।  डॉक्टर को ऐसा नहीं करना चाहिए था।

पीड़िता के पिता ने बताया कि डॉक्टर अगर आई केयर का डॉक्टर है तो उनको ब्रेस्ट से कोई मतलब नहीं है। एक बार गलती कर रहे हैं तो दोबारा फिर मासूम बच्ची के चेस्ट पर हाथ धर दिए। यह डॉक्टर है या हैवान मुझे तो नहीं लगता है कि यह डॉक्टर है। सेक्स वाला डॉक्टर बन गया है इसका मतलब। जब हम लोगों ने हंगामा शुरू की तो डॉक्टर ने माफी मांगा और उन्होंने कहा कि आइंदा ऐसा गलती कभी नहीं होगा। अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है तो माफ कर देता हूं।

मामले को लेकर पीड़िता की मां ने बताया कि डॉक्टर तीन दिन से घूम रहे थे। पिछले तीन दिनों से बेटी को भाई के संग क्लिनिक भेज रही थी। लेकिन इलाज नहीं किया गया। शनिवार को जब अकेली इलाज कराने के लिए भेजी तो डॉक्टर प्राइवेट पार्ट को बार-बार टच कर रहे थे। बार-बार हटाने पर भी नहीं हटाया। जब लड़की चिल्लाने लगी तब डॉक्टर को क्लीनिक से कहीं दूसरे जगह भेज दी गई। 

डॉ संजय कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया की गलती हुई है। हमने माफी मांग लिया है आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। 

मामले को लेकर तिलकमाझी के (ASI) ऑन ड्यूटी ऑफिसर दिनेश शर्मा ने बताया कि डॉक्टर ने गलती की माफी मांग लिया है। पीड़ित के द्वारा अगर लिखित रूप से आवेदन दी जाती है तो आगे की कारवाई किया जाएगा।